नशा मुक्ति पर वेबीनार का आयोजन
Date: 30-01-2022
महाविद्यालय में दिनांक 30 जनवरी 2022 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के पुण्यतिथि एवं शहीद दिवस पर नशा मुक्ति के लिए आनलाईन वेबीनार का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. एस. एस. अग्रवाल के निर्देशानुसार संपन्न किया गयाl "राष्ट्रीय सेवा योजना" के कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद कुमार पैकरा एवं "एक भारत श्रेष्ठ भारत" योजना के समन्वयक श्री टी. आर. राहंगडाले द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। वेबीनार के प्रारंभ में विद्यार्थियों को नशा मुक्त राज्य एवं नशा मुक्त देश के निर्माण के लिए संकल्प शपथ दिलाई गई। इस वेबीनार में मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. चंदन कुमार द्वारा विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। डॉ चंदन कुमार ने बताया कि नशा कितने प्रकार के होते हैं और एक बालक या बालिका किशोरावस्था से ही किस प्रकार नशे की ओर आकर्षित होते है और धीरे-धीरे किस प्रकार यह नशा एक भयावह लत बन जाता है। नशा शरीर और समाज पर किस प्रकार बुरा प्रभाव डालता है साथ ही नशे के रूप में कौन-कौन से पदार्थ लिए जाते हैं और नशे से दूर रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए और नशा मुक्त रहने के लिए हमें अपनी आदतों में किस प्रकार बदलाव करना चाहिए इसके बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। आने वाली पीढ़ी को नशा मुक्त रखने हेतु किए जाने वाले प्रयासों पर भी विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। कार्यक्रम में आगे श्री टी आर राहंगडाले द्वारा विद्यार्थियों को संबोधित किया गया। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी देश के लिए महत्वपूर्ण है किंतु नशा विनाश की ओर ले कर जाता है, तो हमें युवा पीढ़ी को इस से बचाना होगा साथ ही समाज को भी बचाना होगा ताकि एक स्वस्थ और शुद्र भारत का निर्माण हो सके। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद कुमार पैकरा द्वारा भी विद्यार्थियों को प्रेरित उद्बोधन दिया गया। उन्होंने अपने जीवन के उदाहरण भी विद्यार्थियों को बताएं कि किस प्रकार नशा व्यक्ति और समाज को विनाश की ओर ले कर जाता है। विद्यार्थियों द्वारा भी नशा मुक्ति पर विचार रखे गए जिनमें बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा कुमारी सोनम तिवारी एवं इसी का उदय द्वारा समाज को नशा मुक्त रखने हेतु बात कही। इसी कड़ी में एमएससी प्रथम सेमेस्टर केमेस्ट्री के छात्र एवं एमएससी जूलॉजी प्रथम सेमेस्टर के छात्र राजा बाबू ने भी अपना वक्तव्य दिया। इस वेबीनार को सफल बनाने में महाविद्यालय के अन्य सहायक प्राध्यापक एवं अतिथि व्याख्याता में सहयोग रहा।