पाठ्येतर गतिविधि के द्वारा छात्र-छात्राओं का व्यक्तिगत विकास। 

अनुसंधान के क्षेत्र में विद्यार्थियों को प्रेरित करना।

मुद्रित स्वरूप के साथ-साथ डिजिटल स्वरूप अध्ययन को बढ़ावा देना।