इतिहास विषय का अध्यापन महाविद्यालय की स्थापना के साथ ही 1984 में प्रारम्भ हुआ। कला संकाय के साथ ही वाणिज्य संकाय भी प्रारम्भ किया गया था। इतिहास विभाग द्वारा छात्रों की शैक्षणिक वृद्धि के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किया जाता है। इतिहास विभाग आज की समाज की आवष्यकताओं के अनुरूप ही छात्रों को समाज से जुड़ना, छात्रों को उत्तरदायी बनाना, राष्ट्रवाद की भावना पैदा करना व हमारे गौरवशाली अतीत एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का ज्ञान प्रदान करता है। इतिहास छात्रों को उनके जीवन के चुनौतियों से सामना करने के लिए उनमें आत्मविश्वास विकसित करता है। शिक्षक छात्रों के बीच एक सामंजस्य वातावरण बनाता है। आदिवासी जीवन संस्कृति, महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक स्थिति व अन्य समुदायों का अध्ययन भी प्राथमिकता के साथ किया जाता है। इतिहास विभाग मानव संसाधन और सामाजिक जरूरतों के विकास के लिए भी कार्यक्रम चलाएगा। छात्रों में कौषल को बढ़ावा देने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में विशेष रूप से सिविल सेवा, राज्य सेवा परीक्षा, छ.ग. सेट, यू.जी.सी. नेट की परीक्षा में रूचि रखने वाले छात्रों के लिए विशेष कक्षाओं का आयोजन कर छात्रों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने का कार्य करता है। कुल सीट- 220